الخلاصة:
Настоящее исследование посвящено изучению одной из
интереснейших проблем – лингвострановедческому анализу
русской фразеологии и афористики с культурным компонентом
семантики на продвинутом этапе обучения алжирских
студентов-филологов в практическом курсе русского языка.
Актуальность темы исследования. Изучение русского
языка в Алжире имеет широкое распространение. Это связано с
расширением культурных и экономических связей с Россией.
Несмотря на то, что русский язык испытывает сильную
конкуренцию со стороны других международных языков, однако
имеютя несомненные предпосылки для расширения изучения
русского языка в этой стране
تحتوي كل لغة على عبارات اصطالحية, أمثال و أقوال مأثورة يستعملها الناس في الحياة
اليومية و في مناسبات معينة. هذه العبارات و األمثال تضفى على الكالم جماال و
ظرافة، طالقة األسلوب و البالغة. تدريس هذه العبارات و األمثال جزء ال يتجزأ
من تدريس اللغة األجنبية. ٳن تعليم اللغة الروسية ال يعني تعليم طريقة جديدة في
تعبير األفكار فقط و هذا ينطوي على تعليم ثقافة الشعب القومية. في مضمون
الكلمة، العبارة و المثل يوجد ما يسمى بالعنصر الثقافي أي معلومات خاصة
بالتاريخ، االقتصاد، الفن، العادات، التقاليد و وجدان الشعب الروسي.
ٳن الحديث عن العبارات االصطالحية و األمثال يقودنا أيضا ٳلى وضع تعريف
شامل و دقيق لها من جهة، و تحديد طرق تقديمها للطلبة الجزائريين، من جهة
أخرى.
فقد قسمنا بحثنا ٳلى قسمين : قسم نظري و قسم تطبيقي. القسم النظري قسمناه ٳلى
بابين. في الباب األول ألقينا نبذة تاريخية عن منهجية تدريس اللغة الروسية كلغة
أجنبية و توقفنا بالتفاصيل على كل مراحلها و حددنا المفاهيم التالية : تدريس
حضاري، ثقافي و لغوي. كما حددنا في هذا الباب العبارة االصطالحية و المثل و
مضمنهما و اختالفهما عن الكلمة و عن التراكيب اللفظية، تحدثنا عن خصائصها
النحوية، الصرفية و األسلوبية. اعتمدنا على بحوث اللغويين و المنهجيين : ف. ف.
فينوغرادوف، م. ف. كوستوماروف، ف.ق. فيريشاغين، ي.ي. بروخوروف. في الجزء
األخير من هذا الباب تحدثنا عن أهمية تعليم العبارات االصطالحية و األمثال
الروسية بين الطلبة الجزائريين في المرحلة المتقدمة من التعليم